लिंग की नसों का कमजोर होना
नमस्कार दोस्तों,
मुझे उम्मीद है कि सब लोग कुशल-मंगल होंगे.
मारे पास रोजाना 100-200 लोगों का यह सवाल होता है कि लिंग की नसों में कमज़ोरी क्यों आती है और कमज़ोरी दूर करने का सुरक्षित तरीका क्या है???
हर मर्द चाहता है कि वह अपनी साथी को भरपूर प्यार दें और उसको खुश रखें. और वह अपने साथी को खुश करने के लिए हरसंभव प्रयास करता है जो वह कर सकता है. आज के समय में युवा लोग तनाव और खानपान की वजह से कई सेक्स बीमारियों से जूझ रहें हैं और उन सब बीमारियों में से एक है लिंग की नसों का कमजोर होना. आज के समय करीब 50% युवा लिंग की नसों की कमज़ोरी से परेशान है और आज हम इस बीमारी के बारे में गहराई से बात करेंगे.
सबसे पहले हम बात करते हैं की लिंग की नसें कैसी होती है और क्या काम करती है और कैसे काम करती है.
एक स्वस्थ इंसान के लिंग में 50 से 60 हज़ार छोटी- छोटी नसें होती है जो बहुत ही बारिक होती है धागे जैसी. एक इंसान के द्वारा सेक्स करने के लिए इन नसों का सही से कार्य करना बहुत ज़रूरी होता है इन नसों के सही नही होने की अवस्था में सेक्स की कल्पना करना भी असंभव है. सेक्स के दौरान लिंग का खड़ा होना और सख़्त होना इन नसों पर ही निर्भर करता है.
आइए जानते है की ये नसें केसे काम करती है और इनकी क्या भूमिका है???
सेक्स करने के लिए जब मर्द औरत के साथ संपर्क में आता है तो उत्तेजना से टेसटेसटेरॉन हारमोन एक्टिव हो जाता है. टेसटेसटेरॉन हारमोन का कार्य है शरीर में ब्लड सर्क्युलेशन को बढ़ाना. यह हारमोन पूरे शरीर में ब्लड सर्क्युलेशन को बढ़ा देता है और जब लिंग की नसों में यह ब्लड का सर्क्युलेशन पहुँचता है तो नसें फूल जाती है और आपका लिंग भी फूल जाता है और आपके लिंग का साइज़ भी नॉर्मल साइज़ का तीन गुना हो जाता है. आपके लिंग का खड़ा होना इस बात पर निर्भर करता है कि आपके लिंग की नसों में कितना ब्लड सर्क्युलेट हो रहा है !!
(कुछ लोगों के दिमाग़ में सवाल हो रहा होगा कि लिंग का फुल साइज़ कैसा होता है ??? तो उसका जवाब यह है कि जब आपका लिंग का फुल साइज़ बनता है तो लिंग के आगे की स्किन (कैप) 1-2 इंच पिछे हट जाती है और आपका लिंग थोड़ा बाहर निकल आता है.)
इन नसों का दूसरा और सबसे ज़रूरी काम है लिंग को सख़्त करना. आप सभी लोग जानते हैं कि लिंग में कोई हड्डी नही होती. सेक्स के दौरान लिंग का सख़्त होना इस बात पर निर्भर करता है कि इन नसों में कितनी तेज़ी से ब्लड सर्क्युलेट कर रहा है. नसों में जितनी तेज़ी से ब्लड सर्क्युलेट करेगा लिंग उतना ही सख़्त बना रहेगा. सेक्स के दौरान लिंग का साइज़ और सख़्त होना आपके लिंग की नसों पर ही निर्भर करता है
आइए जानते है कि लिंग की नसें कमजोर होने का क्या कारण है ???
- इन नसों का कमजोर होने का सबसे बड़ा कारण है हस्थ्मथुन. कुछ लोग 13-14 की उम्र से ही हस्थ्मथुन करना सुरू कर देते है. हस्थ्मथुन किस तरह आपके लिंग की नसों को कमजोर करती है????
- जब हस्थ्मथुन करते है हैं तो टेसटेसटेरॉन हारमोन एक्टिव नही होता है और लिंग को हाथ से रगड़ रगड़ कर ही लिंग को उत्तेजित किया जाता है. हाथ से रगड़ने से घर्षण की वजह से लिंग की ये छोटी छोटी नसें गरम होकर लाल हो जाती है और हस्थ्मथुन के अंत में समय वीर्य जल्दी ना निकल जाए इसलिए लिंग को हाथ से दबाते हैं. इसी समय ये गर्म हुई लाल नसें हाथ के दाब से दब जाती है, कुछ पिचक जाती है और कुछ बिल्कुल ही दब जाती है और यहीं से शुरुआत होती है आपकी कमज़ोरियों की.
- इन नसों के कमजोर होने का दूसरा कारण है सोते समय लिंग को रगड़ कर तकिये से दबाना. गरम लिंग को तकिये से दबाने से भी लिंग की नसें दब जाती है और कमज़ोरी आना शुरू हो जाती है.
- नसों के कमजोर होने का तीसरा कारण है सेक्स के तुरंत बाद लिंग को पानी से धोना. सेक्स के तुरंत बाद लिंग को ठंडे पानी से धोने की वजह से भी लिंग की नसें कमजोर पड़ जाती है. इसलिए कभी भी सेक्स के तुरंत बाद लिंग को ना धोयें. यदि लिंग को साफ करना ज़रूरी भी हो तो कम से कम आधे घंटे बाद करें.
- नसों के कमजोर होने का चौथा कारण है ड्याबिटीज. ड्याबिटीज ज़्यादा होने से और मेडिसिन लेने की वजह से भी लिंग की नसें कमजोर हो जाती है.
आइए जानते है की ये नसें कमजोर होने के क्या क्या नुक्सान है??
- •लिंग की नसें दबने की वजह से लिंग का विकास रुक जाता है क्योंकि नसें दबने की वजह से ब्लड का सर्क्युलेशन कम हो जाता है जिससे ऑक्सिजन का सर्क्युलेशन भी कम हो जाता है और लिंग का साइज़ बढ़ना रुक जाता है. लिंग बहुत छोटा सा हो जाता है और चिपका सा बेजान रहता है
- •लिंग की नसें दबने की वजह से सेक्स के समय लिंग का फुल साइज़ नही बनता और सेक्स का आनंद बहुत ही कम हो जाता है और कई बार सेक्स करते हुए फुल साइज़ नही बनता और सेक्स के बीच में ही लिंग बाहर निकल जाता है
- •लिंग की नसें दबने की वजह से ब्लड का सर्क्युलेशन बहुत ही कम हो जाता है जिससे लिंग सख़्त होना कम हो जाता है और सेक्स का फुल एंजाय नही आता. कई बार ज़्यादा कमज़ोरी आने की वजह से लिंग सख़्त होना बंद हो जाता है और लिंग खड़ा ही नही होता और napushankta आ जाती है. इसी को नामर्दी और napushankta कहा जाता है.
जानते है कि हम कैसे नसों की कमज़ोरी को दूर कर सकते हैं और सेक्स को एंजाय कर सकते हैं
- •नसों की कमज़ोरी को दूर करने का सबसे आसान तरीका है दूध और इलियाची. इसके लिए 300 Ml दूध ले और इसमे 8-10 छोटी इलायची अच्छे से कूटकर डालें और 10 मिनिट तक उबालें. उसके बाद दूध को थोड़ा ठंडा कर उसमें एक छोटा चम्मच शहद डालें और पी लें. 15 दिन में ही आपको असर आना सुरू हो जाएगा. आपको अच्छा रिज़ल्ट पाने के लिए 4-6 महीने तक यह तरीका अपनाना पड़ेगा.
- •नसों की कमज़ोरी को दूर करने का दूसरा तरीका है सफेद मुसली. इसके लिए 300 Ml दूध ले और 05 ग्राम मुसली डाल कर 10 मिनिट तक उबालें उसके बाद दूध को थोड़ा ठंडा कर पी लें. 15 दिन में ही आपको असर आना सुरू हो जाएगा. आपको अच्छा रिज़ल्ट पाने के लिए 4-6 महीने तक यह तरीका अपनाना पड़ेगा.
- •नसों की कमज़ोरी को दूर करने के लिए कुछ कसरत करना भी फ़ायदेमंद रहेगा जिनके बारे में आप हमसे जानकारी ले सकते है कसरत करने से भी ब्लड का सर्क्युलेशन इंप्रूव हो जाता है और कमज़ोरी दूर होने लगती है.
- •नसों की कमज़ोरी को दूर करने के लिए हम कुछ आयुर्वेदिक दवा भी बनाते हैं जिनके सेवन से यह कमज़ोरी दूर हो जाती है और सेक्स का आनंद ले सकते हैं